31 मई तक बढ़ सकता है लॉकडाउन और मिल Lockdown :4 में मिल सकती है कौन - कौन सी छूट ?

31 मई तक बढ़ सकता है लॉकडाउन और मिल Lockdown :4 में मिल सकती है कौन - कौन सी छूट ?



India Lockdown



नई दिल्ली। कोरोना (Coronavirus) पर काबू पाने के लिए मार्च से लॉकडाउन जारी है। 17 मई को इसका तीसरा चरण खत्म होने वाला है। इसके बावजूद लोगों को लॉकडाउन (Lockdown) से छुटकारा नहीं मिलेगा। जल्द ही लॉकडाउन के चौथे चरण का ऐलान किया जा सकता है। इस बात का संकेत खुद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मीटिंग के दौरान दिए। हालांकि अच्छी बात यह होगी कि अगले फेज में सरकार काफी रियायत दे सकती है। इसका आगाज आज से सीमित रूटों पर यात्री ट्रेनों के चलाए जाने से शुरू हो गई है।


पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। साथ ही उनसे राज्यों में लॉकडाउन की कैसी व्यवस्था होनी चाहिए उसकी डिटेल्स 15 मई तक भेजने को कहा है।


 इससे संकेत मिलता है कि 18 मई से लॉकडाउन का चौथा चरण (Fourth Phase) शुरू हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक इसकी अवधि 31 मई तक की जा सकती है।


इस सिलसिले में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान के मुताबिक पीएम ने कहा, 'मेरा दृढ़ विश्वास है कि लॉकडाउन के पहले चरण में जिन नियमों की दरकार थी, वो दूसरे चरण में जरूरी नहीं रह गईं। वैसे ही तीसरे चरण के नियमों की दरकार चौथे चरण के लॉकडाउन में नहीं है।' इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि ट्रांसपोर्टेशन समेत रोजगार संबंधित क्षेत्रों में दोबारा काम शुरू हो सकते हैं।

मेट्रो सेवा हो सकती है बहाल 

ट्रेन सेवा बहाल होने के बाद दिल्ली मेट्रो भी जल्द शुरू की जा सकती है। इसके लिए स्टेशन में साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। इतना ही नहीं डीएमआरसी ने मेट्रो स्टेशनों में विशेष रूप से प्रशिक्षित हाउसकीपिंग स्टाफ की नियुक्ति की है। वे पैसेंजर मूवमेंट एरिया को साफ करेंगे।

इंडस्ट्रियल क्षेत्र में भी छूट
हाल ही में सरकार ने पैकेजिंग और मैनयुफैक्चरिंग यूनिट्स को दोबारा खोलने पर भी छूट दी है। हालांकि उद्यमियों को इसके लिए कुछ गाइडलाइन का पालन करना होगा। शर्तों के साथ वे सीमित कर्मचारियों के साथ काम शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा कंस्ट्रक्शन के लिए भी आस-पास के मजदूरों को काम करने की अनुमति दे दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि लॉकडाउन के चौथे चरण में ये सहूलियत और बढ़ सकती हैं।

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